डिफेंस रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) डिफेक्सपो 2022 में अपने 430 से ज्यादा प्रोडक्ट प्रदर्शित करेगा जिसमें स्ट्रैटेजिक और टैक्टिकल हथियार तथा रक्षा उपकरण शामिल होंगे। यह जानकारी रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में दी गई है। एशिया के सबसे प्रमुख डिफेंस इवेंट डिफेक्सपो का यह 12वां संस्करण है जो गुजरात के गांधीनगर में 18 से 22 अक्टूबर के बीच आयोजित किया जा रहा है।
इस साल की डीआरडीओ सहभागिता का मुख्य थीम थ्री-डी (डीआरडीओ, डिजाइन्ड और डिवेलप्ड) पारिस्थितिकी मंडल है जिसमें उद्योग और शिक्षा जगत से इसके जुड़ाव को रेखांकित किया गया है। बयान के मुताबिक डीआरडीओ अपनी प्रयोगशालाओं में और इंडस्ट्री के साथ साझेदारी में हाल के वर्षों में हुई तकनीकी प्रगति का प्रदर्शन करेगा जिसमें आधुनिक और भविष्योन्मुखी रक्षा उत्पादों तथा तकनीकों के उच्चस्तरीय देसीपन की नुमाइंदगी तो होगी ही आत्मनिर्भरता की दिशा में उनका योगदान भी दिखेगा।
रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति के मुताबिक डिफेक्सपो 2022 ‘गौरव का पथ’ थीम के साथ ही ‘इंडिया एट 75’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ को रेखांकित करते हुए उद्योगों और नागरिकों को राष्ट्र निर्माण में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
इसका उद्देश्य ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के विमर्श को आगे बढ़ाना है। इस पूरे आयोजन में देश के अंदर डिजाइन, डिवेलप, प्रोटोटाइप और प्रोड्यूस किए हुए विभिन्न सिक्यॉरिटी सिस्टम्स तथा टेक्नॉलजी प्रदर्शित किए जाएंगे।
इवेंट में डीआरडीओ बॉर्डर सर्वेलांस सिस्टम (बॉस), लेजर फेंस सिस्टम (एलएफएस), ब्रह्मोस एयर वर्जन मिसाइल, एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (एटैग्स), वील्ड आर्मर्ड प्लैटफॉर्म (व्हैप), प्रहार मिसाइल, रुद्रम III मिसाइल, क्विक रिएक्शन सरफेस टु एयर मिसाइल (क्यूआरएसएएम) और मीडियम रेंज सरफेस टु एयर मिसाइल (एमआरएसएएम) जैसे कई प्रोडक्ट पेश करेगा।
इस साल स्थल, जल और वायु आधारित हथियारों के लिए विकसित की गई कुछ तकनीकें एकस्पीरिएंस जोन यानी बंद कमरे में सिनेमाई अनुभव के जरिए भी प्रदर्शित की जाएंगी। पहली बार एडवांस्ड कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) सिम्युलेटर जैसे कई ऑगमेंटेड (संवर्धित) और जल, थल तथा वायु से जुड़े वर्चुअल रिएलिटी प्रोडक्ट्स अनुभव के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे। हॉल में 30 से ज्यादा रक्षा उत्पादों का थ्री डी एक्सपीरिएंस मुहैया कराने के लिए एक होलोग्राफिक डेक भी उपलब्ध रहेगा ताकि लोग हथियार डिजाइन की जटिलताओं से रू-ब-रू हो सकें।
डीआरडीओ अपने उपकरणों का साबरमती रिवर फ्रंट में एक लाइव डेमो और स्टेटिक डिसप्ले प्रस्तुत करेगा। जिन 5 वेपन सिस्टम के लाइव डेमो होंगे वे हैं- इलेक्ट्रो-ऑप्टिक सिस्टम (ईओएस) के साथ पोर्टेबल डाइवर डिटेक्शन सोनार (पीडीडीएस), इमेजिंग सोनार ‘चित्र’, ऑटोनोमस सर्वे वीइकल- इनलैंड, ऑटोनोमस सर्वे वीइकल- कोस्टल (एएसवी-कोस्टल) और वेपन माउंटेड सरफेस वीइकल। इसके अलावा डीआरडीओ जिन छह उपकरणों के स्टेटिक डिस्प्ले पेश करेगा वे हैं एआईआर इंडिपेंडेंट प्रॉपल्शन सिस्टम, वर्चुअल रिएलिटी आधारित काउंटर मेजर डिप्लॉयमेंट सिम्युलेटर, ताल टॉरपीडो, पोर्टेबल डाइवर डिटेक्शन सोनार, वेट एंड युनिट, आईएन-डी4 रडार के लिए काउंटर ड्रोन सिस्टम, सॉफ्ट किल सिस्टम और हार्ड किल सिस्टम तथा पैसिव आईआरएसएस डिवाइस।
यही नहीं, हेलिपैड एग्जिबिशन सेंटर में इंडियन पैविलियन डीआरडीओ और पब्लिक तथा प्राइवेट सेक्टर की संयुक्त शक्ति का प्रदर्शन करेगा। डीआरडीओ अपने 22 प्रोडक्ट को स्टेटिक डिस्प्ले पर रखेगा। ये हाई-वैल्यू प्रोडक्ट्स वास्तविक प्रोडक्ट के रूप में प्रदर्शित होंगे। इनमें विभव- एंटी टैंक पॉइंट अटैक म्युनिशन, विशाल- एंटी टैंक बार माइन, प्रचंड- एंटी टैंक, दक्ष- डिफ्यूजर, एमबीटी अर्जुन एमके- 1ए, लाइट मशीनगन, प्रलय, क्यूआरएसएम, कार्बाइन- 5.56x45 एमएम, एआईपी सिस्टम- एयर इंडिपेंडेंट प्रॉपल्शन, तापस, अस्त्र एमके-1, एलसीए एमके 2 शामिल होंगे।
एग्जिबिशन में भारत-अफ्रीका रक्षा वार्ता (आईएडीडी) के दूसरे संस्करण की मेजबानी भी की जाएगी। इसके लिए 53 अफ्रीकी देशों को आमंत्रण भेजा गया है। अलग से इंडियन ओशन रीजन प्लस (आईओआर प्लस) कॉन्क्लेव आयोजित किए जाने की भी बात है जिसमें करीब 40 देश शामिल होने वाले हैं।
टीम भारतशक्ति