रक्षा क्षेत्र की प्रमुख भारतीय कंपनी भारत फोर्ज लिमिटेड ने अमेरिकी टेक्नॉलजी कंपनी जेनरल एटॉमिक्स के साथ नौसेना के इस्तेमाल के लिए लिथियम-आयन बैटरी सिस्टम विकसित करने में सहयोग के लिए सहमतिपत्र (मेमोरैंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता गांधीनगर में डिफेक्सपो के दौरान 19 अक्टूबर को हुआ।
दोनों पक्षों में हुए इस करार के मुताबिक भारत फोर्ज और जेनरल एटॉमिक्स इलेक्ट्रो मैग्नेटिक सिस्टम्स ग्रुप (जीएम-ईएमएस) नौसैनिक प्लैटफॉर्म्स/पनडुब्बी प्रोग्राम के लिए लीथियम-आयन बैटरी सिस्टम बनाने में सहयोग करेंगे। भारत फोर्ज ने कहा कि दोनों पक्ष परमानेंट मैगनेट मोटर्स के क्षेत्र में साझेदारी के लिए भी तैयार हो गए हैं। लीथियम-आयन बैटरी सिस्टम्स पनडुब्बी समेत विभिन्न नौसैनिक प्लैटफॉर्म्स में इस्तेमाल किए जाते हैं।
कल्याणी ग्रुप के चेयरमैन बाबा कल्याणी ने कहा, ’भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से देश में उत्कृष्ट टेक्नॉलजी लाने के लिए हम लगातार काम करते रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘जेनरल एटॉमिक्स नौसैनिक प्लौटफॉर्म्स/पनडुब्बियों के लिए इन-सर्विस ली-आयन बैटरी सॉल्यूशंस के क्षेत्र में मार्केट लीडर है और जेरनल एटॉमिक्स के साथ हमारी साझेदारी भारतीय नौसेना के लिए मेक इन इंडिया सॉल्यूशंस विकसित करने और भारत के अंदर एक मजबूत डिफेंस टेक्नॉलजी और मैन्युफैक्चरिंग वर्टिकल गठित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।’
जेनरल एटॉमिक्स-ईएमएस के प्रेसिडेंट स्कॉट फोर्नी ने कहा कि उनकी कंपनी भारत फोर्ज के साथ मिलकर काम करते हुए भारतीय नौसेना की जरूरतें पूरी करना चाहती है। फोर्नी ने कहा, ‘हम भारत फोर्ज जैसी कंपनियों के साथ काम करने को प्रतिबद्ध हैं, गुणवत्ता के प्रति समर्पण को लेकर जिनकी साख हमारे जैसी ही है, चूंकि हम पानी के अंदर और सतह पर स्थित प्लैटफॉर्म्स के लिए आधुनिक सिस्टम्स की सप्लाई सुनिश्चित करते हुए तकनीक में नवाचार (इनोवेशंस) भी जारी रखे हुए हैं।’
फोर्नी ने आगे कहा, ‘हमारा ली-आयन बैटरी सिस्टम दस वर्षों की रिसर्च के बाद विकसित किया गया है। दोष निवारण की सामान्य पद्धति को अपनाने के बजाय हमने ऐसी डिजाइन फिलॉसफी अपनाई है जिसके तहत हम पहले ही दोष का अंदाजा लगाकर समय रहते उसका निवारण करते चलते हैं। इसीलिए हमारा सिस्टम अत्यधिक सुरक्षित और भरोसेमंद है।’
टीम भारतशक्ति