रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को मंगोलिया यात्रा पर रवाना हो गए। यह किसी भारतीय रक्षा मंत्री की इस पूर्वी एशियाई देश की पहली यात्रा है जिसका उद्देश्य दोनों देशों के रक्षा संबंधों को मजबूती देना और सामरिक साझेदारी को विस्तार देना है।
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक यात्रा के दौरान 5 से 7 सितंबर के बीच राजनाथ सिंह मंगोलियाई रक्षा मंत्री लेफ्टिनेंट जनरल सैखानबयार से द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। वह मंगोलिया के राष्ट्रपति यू. खुरेलसुख और चेयरमैन ऑफ दि स्टेट ग्रेट खुराल (विधायिका प्रमुख) जी जंडानशाटर से भी मुलाकात करेंगे।
द्विपक्षीय बातचीत के दौरान दोनों रक्षा मंत्री भारत और मंगोलिया के बीच रक्षा सहयोग की समीक्षा करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के लिए नई पहलों की संभावना तलाशेंगे। बयान के मुताबिक दोनों नेता साझा महत्व वाले क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान करेंगे।
मंगोलिया के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग बढ़ने से दोनों देशों के बीच व्यापक संपर्क स्थापित हुए हैं और संयुक्त कार्य समूह की बैठकों, सैन्य आदान प्रदान, उच्च स्तरीय यात्राओं, क्षमता निर्माण तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों और द्विपक्षीय अभ्यास जैसी गतिविधियों को भी बढ़ावा मिला है।
मंगोलिया के साथ भारत के रक्षा तथा सुरक्षा संबंध मजबूत हो रहे हैं। मई 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा ने इसे नई ताकत दी। उस यात्रा के दौरान भारत ने मंगोलिया में इन्फ्रास्ट्रक्चर (संरचनात्मक) विकास के लिए 1 अरब डॉलर के लाइन ऑफ क्रेडिट देने की घोषणा की और दोनों देश अपने संबंधों को सामरिक साझेदारी तक ले गए।
दोनों देश संयुक्त भारत-मंगोलिया सैन्य अभ्यास ‘नोमैडिक एलीफैंट’ का सालाना आयोजन करते हैं। पिछले दो आयोजन मंगोलिया के उलानबातर (सितंबर 2018) और भारत के हिमाचल प्रदेश (अक्टूबर 2019) में हुए थे।
जापान से विदेश तथा रक्षा मंत्री स्तरीय 2 +2 बातचीत 8 सितंबर को
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 8 सितंबर को तोक्यो में होने वाले 2+2 डायलॉग में भाग लेने के लिए 8 से 9 सितंबर के बीच जापान दौरे पर जाएंगे। पीटीआई के मताबिक जापान में सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने जापानी समकक्षों के साथ 2 +2 विदेश तथा रक्षा मंत्री स्तरीय वार्ता में शामिल होंगे।
यह वार्ता जापानी प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा के भारत-जापान सालाना शिखर बैठक के लिए भारत आने के पांच महीने बाद हो रही है। बातचीत में जापानी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्री योशिमासा हायाशी और रक्षा मंत्री यासुकाजू हामादा करेंगे।
जापान के साथ 2 +2 बातचीत की शुरुआत द्विपक्षीय सुरक्षा तथा रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने और दोनों देशों के बीच विशेष सामरिक तथा वैश्विक साझेदारी को मजबूती देने के उद्देश्य से 2019 में हुई थी। भारत की जिन कुछेक देशों के साथ 2+2 मंत्री स्तरीय फॉरमैट की बातचीत होती है उनमें अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और रूस शामिल हैं।
टीम भारतशक्ति
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