अमेरिकी एरोस्पेस कंपनी लॉकहीड मार्टिन भारतीय साझेदारों की क्षमता विकसित करने और देशी डिफेंस इंडस्ट्री का सप्लाईचेन इकोसिस्टम मजबूत बनाने के लिए अतिरिक्त स्ट्रेटेजिक पार्टनर्स के साथ हाथ मिलाना चाहता है। भारत सरकार के ‘आत्मनिर्भर’ अभियान के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए अमेरिकी एरोस्पेस कंपनी ने भारतीय उद्योग जगत की घरेलू उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी करने का इरादा जताया ताकि सरकार के मेक इन इंडिया रक्षा निर्यात को बढ़ाने का मिशन मजबूत किया जा सके।
लॉकहीड मार्टिन इंडिया के चीफ एक्जीक्युटिव विलियम एल ब्लेयर ने 3 नवंबर को बेंगलुरु में कंपनी के नौवें सालाना सप्लायर्स कॉन्फ्रेंस के समापन समारोह में कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2025 तक 5 अरब डॉलर का रक्षा निर्यात हासिल करने के लक्ष्य के अनुरूप लॉकहीड मार्टिन अपने भारतीय साझेदारों के साथ मिलकर भारत में देशी डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम को प्रमोट करना जारी रखेगा।’
दो दिनों के इस सम्मेलन में लॉकहीड मार्टिन के अलग-अलग बिजनेस एरिया के सीनियर लीडर्स और सप्लाईचेन, इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट तथा बिजनेस डेवलपमेंट टीमों को भारतीय सप्लायर्स के साथ मिलने और बातचीत करने का मौका मिला।
ब्लेयर ने कहा, ‘हम भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ाने और भारत की सामरिक सुरक्षा तथा औद्योगिक क्षमता में बढ़ोतरी करने के अवसरों की तलाश को लेकर काफी उत्साहित हैं।’
कंपनी की ओर से जारी बयान के मुताबिक सम्मेलन में अलग-अलग आकार की- बड़ी, एमएसएमईज और स्टार्टअप्स- 60 से ज्यादा भारतीय कंपनियां शामिल हुईं और जेई एविएशन, हनीवेल, एल3 हैरिस टेक्नॉलजीज, रेथियॉन टेक्नॉलजीज, थेल्स और एल्बिट सिस्टम्स जैसी लॉकहीड मार्टिन की अंतरराष्ट्रीय साझेदार कंपनियों के सभी चार बिजनेस एरिया में अपनी क्षमता प्रदर्शित करने का मौका पाया।
ब्लेयर ने कहा, ’हमने अपने सप्लाईचेन नेटवर्क, एमएसएमईज, स्टार्टअप्स और इंडस्ट्री से उत्साहवर्धक रिस्पॉन्स मिला और सरकार के मेक इन इंडिया तथा मेक फॉर द वर्ल्ड विजन को अमली जामा पहनाने पर केंद्रित काफी प्रोडक्टिव बातचीत हुई।’
कॉन्फ्रेंस का मकसद भविष्य में मेक इन इंडिया पार्टनरशिप्स को आगे बढ़ाने, रक्षा निर्यात में तेजी लाने और भारत-अमेरिका डिफेंस इंडस्ट्रियल स्ट्रेटेजिक जुड़ाव को विस्तार देने वाली रक्षा तथा औद्योगिक क्षमताएं विकसित करने पर जोर देना था।
टीम भारतशक्ति